यह भी हो सकते है कोरोना के लक्षण
कोरोना के लक्षणों में बढ़ोतरी हुई है। नए लक्षणों में ठण्ड लगना, कप कपि चढ़ना, मासपेशियो में दर्द होना , सर में दर्द होना, गले में दर्द होना, स्वाद न आना और सूंघने की क्षमता कम होना। यह नए लक्षण अमेरिका की संस्था CDC(Centers for Disease Control and Prevention) ने इन नए लक्षणों को शामिल किया है। पहले वाली CDC की लिस्ट में स्वास लेने में तकलीफ, खासी और बुखार वही कोरोना के लक्षण है। इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर बताती है की नए लक्षण कोरोना के बचाव में लगी डॉक्टर्स और विशेषज्ञो की एक संगठन के कहने के बाद जोड़े गए है। उस संगठन का नाम है CSTE(Council of State and Territorial Epidemiologists) है ने कहा है की कोरोना वायरस को राष्ट्रिय स्तर पर रिपोर्टेबल बीमारी घोषित कर देना चाहिए। CSTE ने दिशा निर्देश दिए है की कोरोना वायरस के केस की पहचान कैसे की जाए। संगठन ने यह भी कहा है की कोरोना वायरस के केस रिपोर्ट तब होने चाहिए जब लैब से जांच की पुष्टि हो जाए। लेकिन यह भी कहा है की अगर रोग के लक्षण दिखाई दे रहे है तो भी कोरोना वायरस के केस रिपोर्ट किये जा सकते है।
पहचान के लिए उन्होंने लक्षणों को दो श्रेणी में बाट दिया है। पहली श्रेणी में है खासी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ। दूसरी श्रेणी में है ठण्ड लगना, कप कपि चढ़ना, मासपेशियो में दर्द होना , सर में दर्द होना, गले में दर्द होना, स्वाद न आना और सूंघने की क्षमता कम होना। CDC ने कहा है की किसी भी मरीज को यह दोनों श्रेणी में से लक्षण मिलते है तोह उससे कोरोना के संभावित मरीजों की सूची में डाल देना चाहिए।
CDC ने जो लिस्ट जारी की है वह WHO की लिस्ट से काफी अलग है, क्युकी जो WHO ने लक्षण बताये है उनमे जो सबसे कॉमन लक्षण है वह है सूखी खासी, भुखार और कमजोरी। रिसर्च बहुत सारी हो रही है दुनिया में। कोरोना के अधिकतम केस उन लोगो के आ रहे है जिनमे कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहा है। Indian Council of Medical Research(ICMR) ने भी कहा है की अधिकतर लोगो में कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे है। इसके लिए कोरोना की जांच होना सबसे ज्यादा जरुरी है।